**************** ADD ************************
The official logo for the brand - Prem Bhakti
Menu Icon
The official logo for the brand - Prem Bhakti
राशिफल dropdown arrow icon
आज का राशिफलकल का राशिफलबीते कल का राशिफलसाप्ताहिक राशिफलमासिक राशिफल
मंदिर dropdown arrow icon
सभी मंदिरप्रसिद्ध मंदिरदेवता के मंदिरस्थान अनुसार मंदिर
आरतीभजनचालीसामंत्रआज का पंचांगज्योतिषी से बात

धर्मराज जी की आरती

आरती लिरिक्स

धर्मराज कर सिद्ध काज,
प्रभु मैं शरणागत हूँ तेरी।।
पड़ी नाव मझदार भंवर में,
पार करो, न करो देरी ॥
।। ।। धर्मराज कर सिद्ध काज__॥
धर्मलोक के तुम स्वामी,
श्री यमराज कहलाते हो।।
जों जों प्राणी कर्म करत हैं,
तुम सब लिखते जाते हो ॥

अंत समय में सब ही को,
तुम दूत भेज बुलाते हो।।
पाप पुण्य का सारा लेखा,
उनको बांच सुनते हो ॥

भुगताते हो प्राणिन को तुम,
लख चौरासी की फेरी ।। ।।
।। ।। धर्मराज कर सिद्ध काज__॥

चित्रगुप्त हैं लेखक तुम्हारे,
फुर्ती से लिखने वाले।।
अलग अगल से सब जीवों का,
लेखा जोखा लेने वाले ॥

पापी जन को पकड़ बुलाते,
नरको में ढाने वाले।।
बुरे काम करने वालो को,
खूब सजा देने वाले ॥

कोई नही बच पाता न,
याय निति ऐसी तेरी ।। ।।
।। ।। धर्मराज कर सिद्ध काज__॥

दूत भयंकर तेरे स्वामी,
बड़े बड़े दर जाते हैं।।
पापी जन तो जिन्हें देखते ही,
भय से थर्राते हैं ॥

बांध गले में रस्सी वे,
पापी जन को ले जाते हैं।।
चाबुक मार लाते,
जरा रहम नहीं मन में लाते हैं ॥

नरक कुंड भुगताते उनको,
नहीं मिलती जिसमें सेरी ।। ।।
।। ।। धर्मराज कर सिद्ध काज__॥

धर्मी जन को धर्मराज,
तुम खुद ही लेने आते हो।।
सादर ले जाकर उनको तुम,
स्वर्ग धाम पहुचाते हो।।

जों जन पाप कपट से डरकर,
तेरी भक्ति करते हैं।।
नर्क यातना कभी ना करते,
भवसागर तरते हैं ॥

कपिल मोहन पर कृपा करिये,
जपता हूँ तेरी माला ।। ।।
।। ।। धर्मराज कर सिद्ध काज__॥

अन्य प्रसिद्ध आरती

आरती : पंच परमेष्ठी की

इह विधि मंगल आरति कीजे,पंच परमपद भज सुख लीजे।।इह विधि मंगल आरति कीजे,पंच परमपद भज सुख लीजे ॥पहली आरति श्रीजिनराजा,भव दधि...

आरती : गौमता जी की

श्री गौमता जी की आरतीआरती श्री गैय्या मैंय्या की,आरती हरनि विश्‍व धैय्या की ॥अर्थकाम सद्धर्म प्रदायिनि,अविचल अमल मुक्तिप...

आरती : ॐ जय महावीर प्रभु की

ॐ जय महावीर प्रभु,स्वामी जय महावीर प्रभु।।कुण्डलपुर अवतारी,चांदनपुर अवतारी,त्रिशलानंद विभु ॥सिध्धारथ घर जन्मे,वैभव था भा...

आरती : श्री कुबेर जी की

जय कुबेर स्वामी,प्रभु जय कुबेर स्वामी, हे समरथ परिपूरन।।हे समरथ परिपूरन।।हे अन्तर्यामी ॥ॐ जय कुबेर स्वामीप्रभु जय कुबेर ...

आरती : ॐ जय जगदीश हरे

ॐ जय जगदीश हरे,स्वामी जय जगदीश हरे।।भक्त जनों के संकट,दास जनों के संकट,क्षण में दूर करे ॥।। ।। ॐ जय जगदीश हरे__॥जो ध्याव...

आरती : श्री राम स्तुति

॥दोहा॥श्री रामचन्द्र कृपालु भजुमनहरण भवभय दारुणं।।नव कंज लोचन कंज मुखकर कंज पद कंजारुणं ॥१॥कन्दर्प अगणित अमित छविनव नील ...

सभी आरती खोजें