**************** ADD ************************
The official logo for the brand - Prem Bhakti
Menu Icon
The official logo for the brand - Prem Bhakti
राशिफल dropdown arrow icon
आज का राशिफलकल का राशिफलबीते कल का राशिफलसाप्ताहिक राशिफलमासिक राशिफल
मंदिर dropdown arrow icon
सभी मंदिरप्रसिद्ध मंदिरदेवता के मंदिरस्थान अनुसार मंदिर
आरतीभजनचालीसामंत्रआज का पंचांगज्योतिषी से बात

आरती : कुंजबिहारी की

आरती लिरिक्स

आरती कुंजबिहारी की,
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥
आरती कुंजबिहारी की,
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥
गले में बैजंती माला,
बजावै मुरली मधुर बाला।।
श्रवण में कुण्डल झलकाला,
नंद के आनंद नंदलाला।।
गगन सम अंग कांति काली,
राधिका चमक रही आली।।
लतन में ठाढ़े बनमाली
भ्रमर सी अलक,
कस्तूरी तिलक,
चंद्र सी झलक,
ललित छवि श्यामा प्यारी की,
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥

आरती कुंजबिहारी की,
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥

कनकमय मोर मुकुट बिलसै,
देवता दरसन को तरसैं।।
गगन सों सुमन रासि बरसै।।
बजे मुरचंग,
मधुर मिरदंग,
ग्वालिन संग,
अतुल रति गोप कुमारी की,
श्री गिरिधर कृष्णमुरारी की ॥

आरती कुंजबिहारी की,
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥

जहां ते प्रकट भई गंगा,
सकल मन हारिणि श्री गंगा।।
स्मरन ते होत मोह भंगा
बसी शिव सीस,
जटा के बीच,
हरै अघ कीच,
चरन छवि श्रीबनवारी की,
श्री गिरिधर कृष्णमुरारी की ॥

आरती कुंजबिहारी की,
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥

चमकती उज्ज्वल तट रेनू,
बज रही वृंदावन बेनू।।
चहुं दिसि गोपि ग्वाल धेनू
हंसत मृदु मंद,
चांदनी चंद,
कटत भव फंद,
टेर सुन दीन दुखारी की,
श्री गिरिधर कृष्णमुरारी की ॥

आरती कुंजबिहारी की,
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥

आरती कुंजबिहारी की,
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥
आरती कुंजबिहारी की,
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥

अन्य प्रसिद्ध आरती

आरती : श्री गंगा जी की

।। ।। श्री गंगा मैया आरती ॥नमामि गंगे ! तव पाद पंकजम्,सुरासुरैः वंदित दिव्य रूपम्।।भक्तिम् मुक्तिं च ददासि नित्यं,भावानु...

आरती : श्री शनि देव - आरती कीजै नरसिंह कुंवर की

आरती कीजै नरसिंह कुंवर की।।वेद विमल यश गाउँ मेरे प्रभुजी ॥पहली आरती प्रह्लाद उबारे।।हिरणाकुश नख उदर विदारे ॥दुसरी आरती व...

आरती : पंच परमेष्ठी की

इह विधि मंगल आरति कीजे,पंच परमपद भज सुख लीजे।।इह विधि मंगल आरति कीजे,पंच परमपद भज सुख लीजे ॥पहली आरति श्रीजिनराजा,भव दधि...

आरती : श्री विश्वकर्मा जी की

जय श्री विश्वकर्मा प्रभु,जय श्री विश्वकर्मा।।सकल सृष्टि के करता,रक्षक स्तुति धर्मा ॥जय श्री विश्वकर्मा प्रभु,जय श्री विश...

आरती : श्री शीतला माता की

जय शीतला माता,मैया जय शीतला माता।।आदि ज्योति महारानी,सब फल की दाता ॥ॐ जय शीतला माता__॥रतन सिंहासन शोभित,श्वेत छत्र भाता।...

आरती : श्री श्री सीता जी की

आरती श्री जनक दुलारी की।।सीता जी रघुवर प्यारी की ॥जगत जननी जग की विस्तारिणी,नित्य सत्य साकेत विहारिणी,परम दयामयी दिनोधार...

सभी आरती खोजें