**************** ADD ************************
The official logo for the brand - Prem Bhakti
Menu Icon
The official logo for the brand - Prem Bhakti
राशिफल dropdown arrow icon
आज का राशिफलकल का राशिफलबीते कल का राशिफलसाप्ताहिक राशिफलमासिक राशिफल
मंदिर dropdown arrow icon
सभी मंदिरप्रसिद्ध मंदिरदेवता के मंदिरस्थान अनुसार मंदिर
आरतीभजनचालीसामंत्रआज का पंचांगज्योतिषी से बात

क्रोधात् भवति संमोहः मंत्र

क्रोधात् भवति संमोहः मंत्र

क्रोधाद्भवति संमोहः संमोहात्स्मृतिविभ्रमः।
स्मृतिभ्रंशाद् बुद्धिनाशो बुद्धिनाशात्प्रणश्यति।

हिन्दी अनुवाद:
क्रोध से भ्रम पैदा होता है, भ्रम से बुद्धि भ्रष्ट होती है। जब बुद्धि भ्रष्ट होती है तब तर्क नष्ट हो जाता है, जब तर्क नष्ट हो जाता है तब व्यक्ति का पतन हो जाता है। इस क्रोध को जितना जल्दी हो सके छोड़ दो।

श्री शंकराचार्य द्वारा संस्कृत में व्याख्या:
क्रोधात् भवति संमोहः अविवेकः कार्याकार्यविषयः। क्रुद्धो हि संमूढः सन् गुरुमप्याक्रोशति। संमोहात् स्मृतिविभ्रमः शास्त्राचार्योपदेशाहितसंस्कारजनितायाः स्मृतेः स्यात् विभ्रमो भ्रंशः स्मृत्युत्पत्तिनिमित्तप्राप्तौ अनुत्पत्तिः। ततः स्मृतिभ्रंशात् बुद्धिनाशः बुद्धेर्नाशः। कार्याकार्यविषयविवेकायोग्यता अन्तःकरणस्य बुद्धेर्नाश उच्यते। बुद्धिनाशात् प्रणश्यति। तावदेव हि पुरुषः यावदन्तःकरणं तदीयं कार्याकार्यविषयविवेकयोग्यम्। तदयोग्यत्वे नष्ट एव पुरुषो भवति। अतः तस्यान्तःकरणस्य बुद्धेर्नाशात् प्रणश्यति पुरुषार्थायोग्यो भवतीत्यर्थः।
सर्वानर्थस्य मूलमुक्तं विषयाभिध्यानम्। अथ इदानीं मोक्षकारणमिदमुच्यते।

अन्य प्रसिद्ध मंत्र

श्री शनि अष्टोत्तर-शतनाम-नामावली

॥ शनि अष्टोत्तरशतनामावली ॥शनि बीज मन्त्र: ॐ प्राँ प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः ॥ॐ शनैश्चराय नमः ॥ॐ शान्ताय नमः ॥ॐ सर्वाभ...

मंत्र: णमोकार महामंत्र

णमोकार मंत्र है न्यारा, इसने लाखों को तारा।इस महा मंत्र का जाप करो, भव जल से मिले किनारा।णमो अरिहंताणं,णमो सिद्धाणं, णमो...

श्री विष्णु स्तुति - शान्ताकारं भुजंगशयनं

॥ विष्णु शान्ताकारं मंत्र ॥शान्ताकारं भुजंगशयनं पद्मनाभं सुरेशंविश्वाधारं गगन सदृशं मेघवर्ण शुभांगम् ।लक्ष्मीकांत कमलनयन...

गणेश अंग पूजा मंत्र

सनातन पूजा पद्धति में अंग पूजा किसी भी देव पूजा अनुष्ठान का अभिन्न अंग है। श्री गणेश पूजा के दौरान, भक्त भगवान गणेश को प...

हनुमान द्वादश नाम स्तोत्रम - मंत्र

॥ श्री हनुमानद्वादशनाम स्तोत्र ॥हनुमानञ्जनीसूनुर्वायुपुत्रो महाबल: ।रामेष्ट: फाल्गुनसख: पिङ्गाक्षोऽमितविक्रम: ॥उदधिक्रमण...

वेंकटाचल निलयं

वेंकटाचल* निलयं वैकुण्ठ पुरवासंपङ्कज नेत्रं परम पवित्रंशङ्क चक्रधर चिन्मय रूपंवेंकटाचल निलयं वैकुण्ठ पुरवासंपङ्कज नेत्रं...

सभी मंत्र खोजें