**************** ADD ************************
The official logo for the brand - Prem Bhakti
Menu Icon
The official logo for the brand - Prem Bhakti
राशिफल dropdown arrow icon
आज का राशिफलकल का राशिफलबीते कल का राशिफलसाप्ताहिक राशिफलमासिक राशिफल
मंदिर dropdown arrow icon
सभी मंदिरप्रसिद्ध मंदिरदेवता के मंदिरस्थान अनुसार मंदिर
आरतीभजनचालीसामंत्रकथाकहानीआज का पंचांगज्योतिषी से बात

हवन - यज्ञ प्रार्थना आरती : पूजनीय प्रभु हमारे

आरती लिरिक्स

पूजनीय प्रभो हमारे,
भाव उज्जवल कीजिये।।
छोड़ देवें छल कपट को,
मानसिक बल दीजिये ॥ १॥
वेद की बोलें ऋचाएं,
सत्य को धारण करें।।
हर्ष में हो मग्न सारे,
शोक-सागर से तरें ।। ।। २॥

अश्व्मेधादिक रचायें,
यज्ञ पर-उपकार को।।
धर्मं- मर्यादा चलाकर,
लाभ दें संसार को ॥ ३॥

नित्य श्रद्धा-भक्ति से,
यज्ञादि हम करते रहें।।
रोग-पीड़ित विश्व के,
संताप सब हरतें रहें ।। ।। ४॥

भावना मिट जाये मन से,
पाप अत्याचार की।।
कामनाएं पूर्ण होवें,
यज्ञ से नर-नारि की ॥ ५॥

लाभकारी हो हवन,
हर जीवधारी के लिए।।
वायु जल सर्वत्र हों,
शुभ गंध को धारण किये ।। ।। ६॥

स्वार्थ-भाव मिटे हमारा,
प्रेम-पथ विस्तार हो।।
'इदं न मम' का सार्थक,
प्रत्येक में व्यवहार हो ॥ ७॥

प्रेमरस में मग्न होकर,
वंदना हम कर रहे।।
'नाथ' करुणारूप ! करुणा,
आपकी सब पर रहे ।। ।। ८॥

अन्य प्रसिद्ध आरती

आरती : श्री भगवद्‍ गीता की

जय भगवद् गीते,जय भगवद् गीते।।हरि-हिय-कमल-विहारिणि,सुन्दर सुपुनीते ॥कर्म-सुमर्म-प्रकाशिनि,कामासक्तिहरा।।तत्त्वज्ञान-विकाश...

आरती : श्री शनि देव - आरती कीजै नरसिंह कुंवर की

आरती कीजै नरसिंह कुंवर की।।वेद विमल यश गाउँ मेरे प्रभुजी ॥पहली आरती प्रह्लाद उबारे।।हिरणाकुश नख उदर विदारे ॥दुसरी आरती व...

आरती : श्री बालाजी की

ॐ जय हनुमत वीरा,स्वामी जय हनुमत वीरा।।संकट मोचन स्वामी,तुम हो रनधीरा ॥।। ।। ॐ जय हनुमत वीरा__॥पवन पुत्र अंजनी सूत,महिमा ...

आरती : श्री जानकीनाथ जी की

ॐ जय जानकीनाथा,जय श्री रघुनाथा।।दोउ कर जोरें बिनवौं,प्रभु! सुनिये बाता ।। ।। ॐ जय__॥तुम रघुनाथ हमारे,प्राण पिता माता।।तु...

आरती : हनुमान जी की

।। ।। श्री हनुमंत स्तुति ॥मनोजवं मारुत तुल्यवेगं,जितेन्द्रियं, बुद्धिमतां वरिष्ठम् ॥वातात्मजं वानरयुथ मुख्यं,श्रीरामदुतं...

आरती : श्री सूर्य देव की

ऊँ जय सूर्य भगवान,जय हो दिनकर भगवान।।जगत् के नेत्र स्वरूपा,तुम हो त्रिगुण स्वरूपा।।धरत सब ही तव ध्यान,ऊँ जय सूर्य भगवान ...

सभी आरती खोजें