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प्रसिद्ध हिन्दू पौराणिक व्रत कथाएँ
प्रमुख हिंदू पौराणिक, व्रत कथाओं का सर्वश्रेष्ठ संग्रह
कथाओं की सूची
पुरुषोत्तम मास माहात्म्य कथा: अध्याय 20
सूतजी बोले - हे विप्रो! नारायण के मुख से राजा दृढ़धन्वा के पूर्वजन्म का वृत्तान्त श्रवणकर अत्यन्त तृप्ति न होने के कारण न...
पुरुषोत्तम मास माहात्म्य कथा: अध्याय 4
श्रीनारायण बोले, 'हे नारद! भगवान् पुरुषोत्तम के आगे जो शुभ वचन अधिमास ने कहे वह लोगों के कल्याण की इच्छा से हम कहते हैं,...
पुरुषोत्तम मास माहात्म्य कथा: अध्याय 5
नारद जी बोले, 'हे महाभाग! हे तपोनिधे! इस प्रकार अधिमास के वचनों को सुनकर हरि ने चरणों के आगे पड़े हुए अधिमास से क्या कहा?...
पुरुषोत्तम मास माहात्म्य कथा: अध्याय 6
नारदजी बोले - भगवान् गोलोक में जाकर क्या करते हैं? हे पापरहित! मुझ श्रोता के ऊपर कृपा करके कहिये।श्रीनारायण बोले - हे ना...
पुरुषोत्तम मास माहात्म्य कथा: अध्याय 7
सूतजी बोले - हे तपोधन! आप लोगों ने जो प्रश्न किया है वही प्रश्न नारद ने नारायण से किया था सो नारायण ने जो उत्तर दिया वही...
पुरुषोत्तम मास माहात्म्य कथा: अध्याय 8
सूतजी बोले, 'हे तपोधन! विष्णु और श्रीकृष्ण के संवाद को सुन सन्तुष्टमन नारद, नारायण से पुनः प्रश्न करने लगे।नारदजी बोले, ...
पुरुषोत्तम मास माहात्म्य कथा: अध्याय 9
सूतजी बोले, 'तदनन्तर विस्मय से युक्त नारद मुनि ने मेधावी ऋषि की कन्या का अद्भुत वृत्तान्त पूछा।नारदजी बोले, 'हे मुने! उ...
पुत्रदा / पवित्रा एकादशी व्रत कथा
पुत्रदा एकादशी का महत्त्व:श्री युधिष्ठिर कहने लगे कि हे भगवान! मैंने श्रावण माह के कृष्ण पक्ष की कामिका एकादशी का सविस्त...
राजा मुचुकुन्द की कथा
त्रेता युग में महाराजा मान्धाता के तीन पुत्र हुए, अमरीष, पुरू और मुचुकुन्द। युद्ध नीति में निपुण होने से देवासुर संग्राम...
भगवान राम के राजतिलक में निमंत्रण से छूटे भगवान चित्रगुप्त
कहते है, जब भगवान राम दशानन रावण को मार कर अयोध्या लौट रहे थे, तब उनके खडाऊं को राजसिंहासन पर रख कर राज्य चला रहे राजा भ...
रमा एकादशी व्रत कथा
रमा एकादशी का महत्त्व:धर्मराज युधिष्ठिर कहने लगे कि हे भगवान! मैंने आश्विन शुक्ल एकादशी अर्थात पापांकुशा एकादशी का सविस्...
रवि प्रदोष व्रत कथा
श्री गणेश आरतीएक ग्राम में अति दीन ब्राह्मण निवास करता था। उसकी साध्वी स्त्री प्रदोष व्रत किया करती थी। उसे एक ही पुत्रर...
रोहिणी शकट भेदन, दशरथ रचित शनि स्तोत्र कथा
प्राचीन काल में दशरथ नामक प्रसिद्ध चक्रवती राजा हुए थे। राजा के कार्य से राज्य की प्रजा सुखी जीवन यापन कर रही थी सर्वत्र...
श्री रुक्मणी मंदिर प्रादुर्भाव पौराणिक कथा
यदु वंशी श्रीकृष्ण दुर्वासा ऋषि को अपना कुलगुरु मानते थे। जब श्रीकृष्ण और रुक्मिणी का विवाह हुआ तो वे अशीर्वाद प्राप्ति ...
शुक्रवार संतोषी माता व्रत कथा
शुक्रवार के दिन माँ संतोषी का व्रत-पूजन किया जाता है। इस पूजा के दौरान माता की आरती, पूजन तथा अंत में माता की कथा सुनी ज...
सीता अवतरण पौराणिक कथा
सीता नवमी / सीता जयंती की पौराणिक कथा : पौराणिक कथा के अनुसार मारवाड़ क्षेत्र में एक वेदवादी श्रेष्ठ धर्मधुरीण ब्राह्मण न...
सकट चौथ पौराणिक व्रत कथा - राजा हरिश्चंद्र..
प्रथम कथाकहते हैं कि सतयुग में राजा हरिश्चंद्र के राज्य में एक कुम्हार था। एक बार तमाम कोशिशों के बावजूद जब उसके बर्तन क...
सकट चौथ व्रत कथा: एक साहूकार और साहूकारनी
एक साहूकार और एक साहूकारनी थे। वह धर्म पुण्य को नहीं मानते थे। इसके कारण उनके कोई बच्चा नहीं था। एक दिन साहूकारनी पडोसी ...
सकट चौथ पौराणिक व्रत कथा - श्री महादेवजी पार्वती
एक बार महादेवजी पार्वती सहित नर्मदा के तट पर गए। वहाँ एक सुंदर स्थान पर पार्वतीजी ने महादेवजी के साथ चौपड़ खेलने की इच्छ...
संकटा माता व्रत कथा
एक बुढ़िया थी, उस बुढ़िया का एक बेटा था जिसका नाम था रामनाथ। रामनाथ धन कमाने के लिए परदेस चला गया। बुढ़िया अपने पुत्र के...