इलाके : सोनितपुर राज्य : असम देश : भारत निकटतम शहर : तेजपुर यात्रा करने के लिए सबसे अच्छा मौसम : सभी भाषाएँ : असमिया और अंग्रेजी मंदिर का समय : सुबह 6.00 बजे और रात 8.00 बजे
इलाके : सोनितपुर राज्य : असम देश : भारत निकटतम शहर : तेजपुर यात्रा करने के लिए सबसे अच्छा मौसम : सभी भाषाएँ : असमिया और अंग्रेजी मंदिर का समय : सुबह 6.00 बजे और रात 8.00 बजे
मंदिर देवी दुर्गा को समर्पित है और मंदिर के पीछे का दृश्य काली भमरा सेतु का है, जो ब्रह्मपुत्र नदी पर बनाया गया है। इस स्थान के स्थानीय लोग इस मंदिर को भैरवी देवालय और मैथन भी कहते हैं। किंवदंतियों के अनुसार, उषा, जो असुर राजा बanasुर की पुत्री थीं, नियमित रूप से इस मंदिर में देवी दुर्गा की पूजा करने आती थीं। इस मंदिर में बलिदान के लिए बकरियां और बैल अर्पित किए जाते हैं। प्रसिद्ध बामुनी हिल्स भी इस मंदिर से कुछ किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
वास्तुकला
वास्तुकला की शैली: असमिया
यात्रा का प्रवेश: मुख्य प्रवेश द्वार की ओर सीढ़ियों की उड़ान जो बाहरी सड़क से जुड़ी हुई है, दिखाती है।
शानदार नक्काशी: 9वीं सदी की मास्टरपीस कृति मंदिर के अंदर खुदी हुई मूर्तियों और सुंदर नक्काशियों के माध्यम से देखी जा सकती है।
बलिदान की पेशकश: श्रद्धालुओं की पक्की मान्यता के अनुसार, बकरियों और बैलों की बलिदान पेशकश अभी भी प्रचलित है।
स्थानीय स्टॉल: स्थानीय विक्रेताओं द्वारा पूजा सामग्री बेचने के समान, तीर्थयात्रा में उन स्टॉलों की भरमार है जो देवी की पूजा के लिए आवश्यक हर चीज की व्यवस्था करते हैं, जैसे कि धूप, अगरबत्ती, मिट्टी के दीपक, फूल, पंखुड़ियां, मिठाई और पंखुड़ियां।