थेउर में चिंतामणि गणपति मंदिर अस्थविनायक दर्शन यात्रा के दौरान जाने वाला पांचवां गणेश मंदिर है। देवता की मूर्ति स्वयंभू (स्वयंभू) है और पूर्व की ओर पूर्वाभिमुख कहा जाता है, जिसकी सूंड बाईं ओर मुड़ी हुई है और उसकी आँखों में सुंदर हीरे जड़े हुए हैं। मूर्ति पालथी मारकर बैठने की स्थिति में है।
थेउर में चिंतामणि गणपति मंदिर अस्थविनायक दर्शन यात्रा के दौरान जाने वाला पांचवां गणेश मंदिर है। देवता की मूर्ति स्वयंभू (स्वयंभू) है और पूर्व की ओर पूर्वाभिमुख कहा जाता है, जिसकी सूंड बाईं ओर मुड़ी हुई है और उसकी आँखों में सुंदर हीरे जड़े हुए हैं। मूर्ति पालथी मारकर बैठने की स्थिति में है।