इलाके : रणथंभौर राज्य : राजस्थान देश : भारत निकटतम शहर : जयपुर यात्रा करने के लिए सबसे अच्छा मौसम : सभी भाषाओं : हिंदी और अंग्रेजी मंदिर का समय : सुबह 6.00 बजे और रात 9.00 बजे फोटोग्राफी : अनुमति नहीं है
इलाके : रणथंभौर राज्य : राजस्थान देश : भारत निकटतम शहर : जयपुर यात्रा करने के लिए सबसे अच्छा मौसम : सभी भाषाओं : हिंदी और अंग्रेजी मंदिर का समय : सुबह 6.00 बजे और रात 9.00 बजे फोटोग्राफी : अनुमति नहीं है
संवत 1428 में श्री भीम सिंहजी चौहान शासक थे, जो चौथ माताजी के कट्टर आस्तिक थे। एक दिन सपने में चौथ माताजी ने उन्हें पांचाल गांव के स्थान पर बरवाड़ा में स्थापित करने के लिए निर्देशित किया। अतः श्री भीम सिंहजी चौहान ने बुद्दी चतुर्थी संवत 1451 के महीने में गाँव के पश्चिम में स्थित अरावली पर्वतमाला के सबसे ऊँचे पर्वत पर चौथ माताजी के गुफा मंदिर की स्थापना की। इस प्रकार गांव का नाम बदलकर चौथ का बरवाड़ा कर दिया गया। शिलालेखा के आधार पर वर्ष 1682 में श्री तेज सिंह राठौर ने भादवा शुड़ी द्वादशी में जंग की ओर लगी दीवारों का निर्माण करवाया और श्री जवाहर सिंहजी के शासन में चौथ माता के पश्चिम की ओर भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित करवाई। तभी से यह स्थान चौथ गणेश के नाम से लोकप्रिय है।