इलाके : नलहाटी राज्य : पश्चिम बंगाल देश : भारत निकटतम शहर : बीरभूम यात्रा करने के लिए सबसे अच्छा मौसम : सभी भाषाएँ : बंगाली और अंग्रेजी मंदिर का समय : सुबह 5.30 बजे और रात 8.30 बजे
इलाके : नलहाटी राज्य : पश्चिम बंगाल देश : भारत निकटतम शहर : बीरभूम यात्रा करने के लिए सबसे अच्छा मौसम : सभी भाषाएँ : बंगाली और अंग्रेजी मंदिर का समय : सुबह 5.30 बजे और रात 8.30 बजे
गायत्री माता के अनुष्ठानों और अनुष्ठानों का एक महत्वपूर्ण भाग सुबह 5:30 बजे से शाम 8:30 बजे तक आयोजित की जाने वाली सामूहिक प्रार्थनाएँ हैं।
भोग का समय: दोपहर 1 बजे के आसपास, देवी को चावल का भोग (“अन्या भोग”) अर्पित किया जाता है, जिसे बाद में “प्रसाद” या मां नलातेश्वरी का आशीर्वाद के रूप में वितरित किया जाता है। एक विशेष “आरती” (धार्मिक अनुष्ठान जो जलती हुई दीपक की मदद से पूजा की जाती है) होती है जो साइट पर उपस्थित भक्तों को अधिक सक्रिय बनाती है। यहां बकरों की बलि भी प्रचलित है। भक्त इस प्रकार की बलि अर्पित करके देवता का आशीर्वाद प्राप्त करने की कोशिश करते हैं।
दशहरा और नवरात्रि मंदिर की यात्रा के लिए सबसे शुभ समय माना जाता है।