राशिफल
मंदिर
प्रसिद्ध हिन्दू पौराणिक व्रत कथाएँ
प्रमुख हिंदू पौराणिक, व्रत कथाओं का सर्वश्रेष्ठ संग्रह
कथाओं की सूची
चित्रगुप्त की कथा - यम द्वितीया
यम द्वितिया, कार्तिक द्वितीया अथवा भैया दूज पर श्री चित्रगुप्त जी की पढ़ी जाने वाली पौराणिक कथा, पूजन एवं विधि..मंत्री श...
देवशयनी एकादशी व्रत कथा
देवशयनी एकादशी का महत्त्व:ब्रह्म वैवर्त पुराण में देवशयनी एकादशी के विशेष माहात्म्य का वर्णन किया गया है। इस व्रत से प्र...
देवोत्थान / प्रबोधिनी एकादशी व्रत कथा
देवोत्थान एकादशी का महत्त्व:धर्मराज युधिष्ठिर कहने लगे कि हे भगवान! मैंने कार्तिक कृष्ण एकादशी अर्थात रमा एकादशी का सविस...
देवोत्थान / प्रबोधिनी एकादशी व्रत कथा 2
एक राजा था, उसके राज्य में प्रजा सुखी थी। एकादशी को कोई भी अन्न नहीं बेचता था। सभी फलाहार करते थे। एक बार भगवान ने राजा ...
पुरुषोत्तम मास माहात्म्य कथा: अध्याय 21
बाल्मीकि मुनि बोले - इसके बाद फिर प्रतिभा की अनलोत्तारण क्रिया करके प्राण प्रतिष्ठा करें। अन्यथा यदि प्राण प्रतिष्ठा नही...
फाल्गुन संकष्टी गणेश चतुर्थी व्रत कथा
प्रत्येक माह में आने वाली कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी कहा जाता है। यह व्रत माता पार्वती के पुत्र श्री गणेश ...
गजेंद्र और ग्राह मुक्ति कथा
वैकुण्ठ के द्वारपाल जय और विजय पूर्व जन्म में कौन थे?क्षीरसागर में एक त्रिकूट नामक एक प्रसिद्ध एवं श्रेष्ठ पर्वत था। उसक...
गंगा दशहरा कथा
भगवान् श्रीरामका जन्म अयोध्याके सूर्यवंशमें हुआ था। चक्रवर्ती महाराज सगर उनके पूर्वज थे। उनकी केशिनी और सुमति नामकी दो र...
गणगौर व्रत कथा
एक समय की बात है, भगवान शंकर, माता पार्वती जी एवं नारदजी के साथ भ्रमण हेतु चल दिए। वे चलते-चलते चैत्र शुक्ल तृतीया को एक...
गोपेश्वर महादेव की लीला
एक बार शरद पूर्णिमा की शरत-उज्ज्वल चाँदनी में वंशीवट यमुना के किनारे श्याम सुंदर साक्षात मन्मथनाथ की वंशी बज उठी। श्रीकृ...
गुरु प्रदोष व्रत कथा
श्री गणेश आरतीजो प्रदोष व्रत गुरुवार के दिन पड़ता है वो गुरु प्रदोष व्रत कहलाता है। गुरुवार प्रदोष व्रत रखने से भक्तों को...
हरतालिका तीज व्रत कथा
एक कथा के अनुसार माँ पार्वती ने अपने पूर्व जन्म में भगवान शंकर को पति रूप में प्राप्त करने के लिए हिमालय पर गंगा के तट प...
हाथी का शीश ही क्यों श्रीगणेश के लगा?
गज और असुर के संयोग से एक असुर जन्मा था, गजासुर। उसका मुख गज जैसा होने के कारण उसे गजासुर कहा जाने लगा। गजासुर शिवजी का ...
हिरण्यगर्भ दूधेश्वर ज्योतिर्लिंग प्रादुर्भाव पौराणिक कथा!
ॐ हौं जूं स: ॐ भू र्भुव: स्व:।ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगंधिम पुष्टि वर्धनम् ॥उर्वारुक मिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात।...
इंदिरा एकादशी व्रत कथा
इंदिरा एकादशी का महत्त्व:धर्मराज युधिष्ठिर कहने लगे कि हे भगवान! मैंने भाद्रपद शुक्ल एकादशी अर्थात पार्श्व एकादशी का सवि...
जया एकादशी व्रत कथा
जया एकादशी का महत्त्व:धर्मराज युधिष्ठिर बोले: हे भगवन्! आपने माघ के कृष्ण पक्ष की षटतिला एकादशी का अत्यन्त सुंदर वर्णन क...
जितिया व्रत कथा
पौराणिक कथा के अनुसार, एक बार एक गरुड़ और एक मादा लोमड़ी नर्मदा नदी के पास एक जंगल में रहते थे। दोनों ने कुछ महिलाओं को ...
कार्तिक मास माहात्म्य कथा: अध्याय 12
नारद जी ने कहा: तब इन्द्रादिक देवता वहाँ से भय-कम्पित होकर भागते-भागते बैकुण्ठ में विष्णु जी के पास पहुंचे। देवताओं ने अ...
कार्तिक मास माहात्म्य कथा: अध्याय 13
कार्तिक कथा को सुनो,सभी सहज मन लाय ।तेरहवाँ अध्याय लिखूँ,श्री प्रभु शरण में आय ॥दोनो ओर से गदाओं, बाणों और शूलों आदि का ...
कार्तिक मास माहात्म्य कथा: अध्याय 14
कार्तिक मास का आज, लिखूं चौदहवाँ अध्याय ।श्री हरि कृपा करें, श्रद्धा प्रेम बढाएँ ॥तब उसको इस प्रकार धर्मपूर्वक राज्य करत...