इलाके : कटमपाझीपुरम राज्य : केरल देश : भारत निकटतम शहर : वडसेरी यात्रा करने के लिए सबसे अच्छा मौसम : सभी भाषाएँ : मलयालम और अंग्रेजी मंदिर का समय: सुबह 9.30 बजे से दोपहर 1.30 बजे तक और शाम 4.30 बजे से शाम 7.30 बजे तक फोटोग्राफी : अनुमति नहीं है
इलाके : कटमपाझीपुरम राज्य : केरल देश : भारत निकटतम शहर : वडसेरी यात्रा करने के लिए सबसे अच्छा मौसम : सभी भाषाएँ : मलयालम और अंग्रेजी मंदिर का समय: सुबह 9.30 बजे से दोपहर 1.30 बजे तक और शाम 4.30 बजे से शाम 7.30 बजे तक फोटोग्राफी : अनुमति नहीं है
वयिल्लाम कुनु भगवती मंदिर कटकंपाझीपुरम, केरल में स्थित है। मंदिर थिरुमंथकुन्नु भगवती को समर्पित है। इस मंदिर का वयिल्लामकुनु पूरम त्योहार मलयालम महीने कुम्भम में 15 फरवरी से 15 मार्च तक विशेष रूप से मनाया जाता है।
अर्थ: हम आपको नमस्कार करते हैं, हे शुभ नारायणी, जो सभी भले का भला हैं, जो सब कुछ प्राप्त कर सकती हैं और आश्रय प्रदान कर सकती हैं, हे त्रि नेत्र गौरी।
“सरणांगत दीनार्थ परित्राण परायणे, सर्वसार्थि हरे देवी नारायणी नमोऽस्तुते”
अर्थ:हम आपको नमस्कार करते हैं, हे नारायणी, जो सृजन, संरक्षण और संहार की अनंत शक्ति की स्वामिनी हैं। आप तीन गुणों की आधारशिला और परिभाषा हैं।
“सर्वरूपे सर्वेशे सर्वशक्ति समन्विते, भयेषु त्राही नो देवी दुर्गे देवी नमोऽस्तुते”
अर्थ:हम आपको नमस्कार करते हैं, हे मां दुर्गा, जो सभी प्राणियों में विद्यमान हैं और सभी शक्ति की स्वामिनी हैं, हमें सभी गलतियों से बचाएं, हे सृष्टि की मां।
“या देवी सर्व भूतेषु शक्ति रूपेण संस्थिता, नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः”
अर्थ: सभी प्राणियों में शक्ति के रूप में निवास करने वाली देवी को नमस्कार।